ऐसे लोग एक दूसरे का चाल-चरित्र-चेहरा सब जानते हैं
आज तोताराम ने अपना चाय का कप उठाते हए क ह । - मास्ट र , आज हम चाय पर चर्चा किसी 'थर्ड प्लेस' पर करेंगे। तोताराम के इस 'थर्ड प्लेस' ने हमारी चेतना को थर्ड क्लास से जोड़कर सक्रिय कर दिया हमने कहा- तोताराम, पहले रेल में थर्ड क्लास का डिब्बा होता था जिसे नाममात्र के लिए बदलकर सेकण्ड क्ल…
मगल शहजादी का प्रेम
अंग्रेजी और हिंदी में समान रूप से लिखने वाले त्रिलोकनाथ पांडेय की पहली औपन्यासिक कृति 'प्रेम लहरी' मुगलों के समय की जनश्रुतियों के रेशों से बुनी हुई एक ऐसी रंजक और विस्मयजनक प्रेम कथा है, जिसका जिक्र इतिहास के पन्नों में नहीं है, किंतु जनसमाज में कथक्कड़ों के मुंह से इस अनुपम कहानी के कुछ अ…
जब वे भूल गए आरा का अज्तियारपुर यानी गीतकार शैलेंद्र का गांव
पटना लिटरेरी फेस्टिवल में शिरकत करने दुबई से जब अमला शैलेंद्र मजूमदार पटना आई, तो अपने साथ पिता की डायरी से वह पन्ना भी लेकर आईं, जिस पर शैलेंद्र की हस्तलिपि में दादा, पिता और गांव का नाम लिखा हुआ था- अख्तियारपुर, आरावैसे, अख्तियारपुर कोई अनूठा नाम नहीं है और इस नाम के गांव बिहार के अलग-अलग जिलों म…
बातचीत का गलियारा
यह सहज संभव नहीं था कि पुलवामा हमले तथा भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी का जो चरम था, उसमें बातचीत की गुंजाइश निकलती। लेकिन करतारपुर कॉरिडोर के मुद्दे ने यह बातचीत का अवसर दिया कि दोनों देशों के अधिकारियों के बीच वाघा-अटारी बॉर्डर पर बातचीत हो सकी। निसंदेह गुरु न…
मध्यम वर्ग का दर्द भी कीजिए महसूस
इन दिनों आम चुनाव 2019 के लिए विभिन्न राजनैतिक दल अपने-अपने घोषणापत्र तैयार करने में जुट गए हैं। इन घोषणापत्रों में विभिन्न वर्गों को लुभाने के लिए चमकीली घोषणाएं शामिल की जाएंगी। ऐसे में विभिन्न राजनैतिक दलों के चुनावी घोषणापत्रों में मध्यम वर्ग के हितों के लिए भी उपयुक्त घोषणाएं अपेक्षित की जा रह…